चेहरे व पैरों में सूजन हो तो जरूरी है किडनी की जांच

  • डायबिटीज व हाई बीपी से ग्रसित लोग किडनी की सेहत का रखें ध्यान 
  • पर्याप्त पानी पीने और स्वस्थ खानपान से सेहतमंद रहता है किडनी
  • तनाव से बचें, शराब व धूम्रपान से परहेज करें ,ज्यादा नमक का ना करें सेवन
रिपोर्ट : मो.इमरान 
मोतिहारी :  किडनी शरीर का मुख्या हिस्सा है। इसका कार्य शरीर से अपशिष्ट एवं तरल पदार्थो को यूरिन के माध्यम से मानव शरीर से बाहर निकालना है। इसके अतिरिक्त किडनी मानव शरीर में साल्ट, पोटेशियम एवं एसिड की मात्रा को भी नियंत्रित करती है । इसलिए किडनी को स्वस्थ्य रखना भी हमारी जिम्मेदारी है। यह कहना है यूरोलोजिस्ट डॉ विकास कुमार का। उन्होंने बताया कि जीवनशैली में बदलाव व भाग दौड़ के कारण लोगों के खानपान का तरीका भी बदला गया है। जिसके कारण किडनी की समस्याएं बढ़ रही हैं। किडनी के रोगियों को तनाव से बचना चाहिए।उन्हें शराब व धूम्रपान से परहेज करना चाहिए। साथ ही भोजन में ज्यादा नमक का प्रयोग भी नही करना चाहिए। डायबिटीज व हाई बीपी से ग्रसित लोग को किडनी की सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
किडनी रोग के प्रमुख लक्षण-
डॉ विकास कुमार ने बताया कि किडनी रोग के विभिन्न लक्षण हैं, जिसकी जानकारी होनी जरूरी है। चेहरे और पैरों में सूजन, खाने की इच्छा न होना, उल्टी व उबकाई आना, बहुत अधिक थका महसूस होना, रात में पेशाब का अधिक होना, पेशाब होने में तकलीफ आदि होने पर चिकित्सीय परामर्श जरूर लें। पेशाब में प्रोटीन बढ़ना किडनी रोग की समस्या की इशारा  करता है। चूंकि किडनी रोग को साइलेंट किलर माना जाता है और यह पीठ की ओर पसलियों के नीचे होता है। इसलिए पीठ के पीछे वाले हिस्से में नीचे की तरफ दर्द होने पर चिकित्सीय परामर्श लेना जरूरी हो जाता है। इन हिस्सों में दर्द किडनी रोग की समस्या की ओर संकेत देता है। वहीं पेशाब में खून आना, बुखार रहना, पेशाब में जलन के लक्षण को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। किडनी रोग से पीड़ित लोगों को खानपान की सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है।
 वहीं कई ऐसे भी लोग हैं जिनके पास एक किडनी है, ऐसे में उन्हें अत्यधिक नमक और उच्च प्रोटीन वाले आहार के सेवन से बचना चाहिए। किडनी की जांच के लिए समय समय पर अल्ट्रोसोनोग्राफी जरूर करायें।
किडनी की समस्याओं से बचने के लिए उचित मात्रा में पानी जरूरी-
डॉ विकास ने बताया कि -किडनी में पत्थर बनने का मुख्य कारण सही मात्रा में में पानी का न पीना है। इसके अतिरिक्त किडनी में पत्थर बनने से किडनी की बीमारी बढ़ने के चांस रहते हैं। जैसा कि हम जानते ही हैं कि डिहाईड्रेशन पानी की कमी के कारण होता है। जिसकी वजह से मानव शरीर में इलेक्ट्रोलाइट जैसे पोटेशियम , सोडियम एवं फॉस्फेट आदि का संतुलन बिगड़ जाता है। जिनको फ़िल्टर करने का काम किडनी ही करती है। अत: ऐसे में इनका संतुलन बिगड़ जाने पर किडनी सही से इनको फिल्टर नहीं कर पाती , जिसके कारण किडनी फेल हो सकती है। अत: किडनी के सही रूप से कार्य करने के लिए सही मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है।
इसलिए सही मात्रा में स्वच्छ पानी पीएं और स्वस्थ रहे।
स्वस्थ  किडनी के लिए इन बातों का रखें ध्यान: 
•नियमित रूप से व्यायाम करें
•रक्तचाप व शुगर को नियंत्रित रखें
•खाने में संतुलित आहार लें
•बढ़ते वजन को कंट्रोल करें
•धूम्रपान, शराब व तंबाकू से बचें
•किडनी का वार्षिक चेकअप करायें

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One Comment on “चेहरे व पैरों में सूजन हो तो जरूरी है किडनी की जांच”

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